दामोदर अष्टकम PDF डाउनलोड | Damodar Ashtakam PDF Download
अगर आप इंटरनेट पर दामोदर अष्टकम PDF ढूंढ रहे हैं तो आप सही जगह आए हैं। तो आज हम इस पोस्ट में लेकर आए हैं दामोदर अष्टकम पीडीएफ डाउनलोड (Damodar Ashtakam PDF Download) लिंक। दामोदर अष्टकम भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को समर्पित एक विशेष स्तुति है। यह भक्तों द्वारा भगवान के बाल रूप का ध्यान करते हुए उनके दिव्य गुणों और लीलाओं का वर्णन करती है।
यदि आप इस अष्टम को पीएफ के माध्यम से पढ़ना चाहते हैं इस पीडीएफ को आप नीचे दिए गए डाउनलोड बटन पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं और दामोदर अष्टकम स्तुति को पढ़ सकते हैं।
Damodar Ashtakam PDF Overview
PDF Name | Sunderkand Hindi PDF |
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Language | Hindi |
Total Page | 126 |
Size | 315KB |
Writer | श्री सत्यव्रत मुनि |
Category | Religion & Spirituality |
Uploded By | Admin |
दामोदर अष्टकम का महत्व
दामोदर अष्टकम भगवान श्रीकृष्ण के प्रति गहन भक्ति को प्रकट करता है। यह स्तुति न केवल उनकी बाल लीलाओं का वर्णन करती है, बल्कि भक्तों के हृदय में श्रीकृष्ण के प्रति प्रेम और समर्पण को भी जाग्रत करती है। इस स्तुतिके माध्यम से भगवान को ‘दामोदर’ नाम से संबोधित किया जाता है,
हिंदू धर्म में कार्तिक मास को अत्यंत पवित्र माना गया है और इस महीने में भगवान विष्णु और उनके अवतारों की पूजा का विशेष महत्व है। दामोदर अष्टकम का नियमित पाठ कार्तिक मास में करने से भक्तों को विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
दामोदर अष्टकम में श्रीकृष्ण की वह लीला बताई गई है, जिसमें उन्होंने माता यशोदा की आज्ञा का पालन करते हुए बंधन स्वीकार किया था। यह भगवान की विनम्रता और माता-पिता के प्रति आदर को दर्शाता है।
कार्तिक मास (हिंदू पंचांग के अनुसार) में इस अष्टक का पाठ किया जाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण को अत्यंत प्रिय माना जाता है। इस स्तुतिके माध्यम से भगवान को ‘दामोदर’ नाम से संबोधित किया जाता है, जिसका अर्थ है “जिनके उदर में रस्सी से बंधे हैं।”
दामोदर अष्टकम को संस्कृत में श्री सत्यव्रत मुनि ने लिखा था और यह अष्टक श्रीमद्भागवत महापुराण और पद्म पुराण में पाया जाता है। जब माता यशोदा ने उनके उदर पर रस्सी बाँधकर उन्हें अनुशासन सीखाने की कोशिश की थी। इस कारण उनका नाम दामोदर पड़ा – “दाम” का अर्थ रस्सी और “उदर” का अर्थ पेट होता है। दामोदर अष्टकम में उनकी इस लीला के साथ-साथ उनके प्रेम और करुणा को भी दर्शाया गया है। इसका हिंदी अनुवाद विभिन्न विद्वानों और भक्तों ने किया है ताकि इसे व्यापक रूप से समझा और गाया जा सके।
श्री सत्यव्रत मुनि ने भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप में माता यशोदा द्वारा रस्सी से बांधे जाने की लीला से प्रेरित होकर इसे लिखा था, जिससे भक्तगण भगवान की बाल लीलाओं का आनंद ले सकें और उनके प्रति अपनी भक्ति को व्यक्त कर सकें।
दामोदर अष्टकम का पाठ करने कि विधि
दामोदर अष्टक का पाठ निम्न विधियों द्वारा किया जाना चाहिए। जो इस प्रकार से है, कार्तिक मास के दौरान प्रतिदिन दीपक जलाएं और तुलसी के पास बैठकर इस अष्टक का पाठ करें। संभव हो तो श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की मूर्ति के समक्ष या उनकी फोटो के समक्ष इस अष्टक का पाठ करें। इस अष्टक का पाठ करते समय भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप की लीला का ध्यान करें।
दामोदर अष्टकम भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप में लीलाओं को समर्पित एक दिव्य स्तुति है। यह भक्तों को उनके प्रति प्रेम और भक्ति में बढ़ावा देती है, और विशेष रूप से कार्तिक मास में इसका पाठ करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
Damodar Ashtakam PDF Download
अगर आप दामोदर अष्टकम पीडीएफ डाउनलोड (Damodar Ashtakam PDF Download) करना चाहते है। तो डाउनलोड लिंक नीचे दी गई है आप Download PDF बटन पर क्लिक करके पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं और दामोदर अष्टकम स्तुति का पाठ कर सकते हैं।
FAQs
दामोदर अष्टकम क्या है?
दामोदर अष्टकम एक स्तुति है जो भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप को समर्पित है। इसमें माता यशोदा द्वारा श्रीकृष्ण को उखल से बांधने की कथा वर्णित है।
दामोदर अष्टकम का रचयिता कौन है?
इसका रचयिता श्री सत्यव्रत मुनि हैं, जो भगवान कृष्ण के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं।
दामोदर अष्टकम का महत्व क्या है?
यह स्तुति भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण के प्रति प्रेम और विनम्रता का भाव सिखाती है। इसे कार्तिक मास में विशेष रूप से पाठ किया जाता है।
इसे कब और कैसे पढ़ा जाता है?
दामोदर अष्टकम को कार्तिक मास के दौरान दीप जलाकर, भगवान श्रीकृष्ण की आरती करते हुए पढ़ा जाता है।
दामोदर नाम का अर्थ क्या है?
“दाम” का अर्थ है रस्सी और “उदर” का अर्थ है पेट। यह नाम भगवान कृष्ण को माता यशोदा द्वारा ओखल से बांधने के कारण पड़ा।
दामोदर अष्टकम पाठ से क्या लाभ होते हैं?
इसके पाठ से भक्ति, शांति और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।
आशा करते हैं कि आप सभी को दामोदर अष्टकम PDF डाउनलोड (Damodar Ashtakam PDF Download) कर लिया होगा और आप सभी को दामोदर अष्टकम स्तुति से जुड़ी संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। आशा है कि आप सभी को यह पोस्ट पसंद आई होगी यदि आप कोई और PDF चाहते हैं तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते हैं और इस पोस्ट को अधिक से अधिक अपने दोस्तों और परिवारजनों को शेयर कर सकते हैं।